IAS-IPS Row in Karnataka

कनार्टक में क्याें ठनी है, दो महिला आईएएस-आईपीएस के बीच, क्यों उठी सिविल सेवकों की मौत के पैटर्न की जांच की मांग

Ias Rohini Sindhuri and IPS D Roopa Moudgil

आईपीएस डी रूपा ने जारी किया नया ऑडियो क्लिप

Karnataka IAS-IPS Row: बेंगलुरु : संकट में फंसी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल ने बुधवार को कर्नाटक और तमिलनाडु में क्रमश: एक आईएएस और एक आईपीएस अधिकारी की मौत के पैटर्न की जांच की मांग की। उनकी यह मांग आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी द्वारा बुधवार सुबह उनके खिलाफ जारी ऑडियो क्लिप के जवाब में आई है, जिसके साथ उनका सार्वजनिक रूप से झगड़ा चल रहा है।

इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत को सुना जा सकता है। रूपा को आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ बोलते हुए सुना जा सकता है।

गंगाराजू ने आरोप लगाया था कि रूपा उन्हें सिंधुरी के खिलाफ आवाज उठाने के लिए मजबूर कर रही थी।

बुधवार को अपने लेटेस्ट सोशल मीडिया पोस्ट में, रूपा ने कहा, डियर मीडिया, कृपया उस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ध्यान दें जो मैंने आईएएस रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ उठाया है। मैंने किसी को भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने से नहीं रोका है, जो आम आदमी को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।

उन्होंने आरोप लगाया, साथ ही, उस पैटर्न की भी जांच करें, जहां कर्नाटक में एक आईएएस अधिकारी की मृत्यु हो जाती है, तमिलनाडु में एक आईपीएस अधिकारी की मृत्यु हो जाती है, कर्नाटक में एक आईएएस पति-पत्नी पहले से ही तलाकशुदा हैं।

मैं और मेरे पति अभी भी एक साथ हैं। कृपया अटकलें न लगाएं। कृपया उस अपराधी से पूछताछ करें जो परिवार के लिए एक बाधा बन रहा है। अन्यथा, कई और परिवार नष्ट हो जाएंगे।

रूपा कहती हैं, मैं एक मजबूत महिला हूं। मैं लड़ूंगी। मैं सभी पीड़ित महिलाओं के लिए लड़ती रही हूं। सभी महिलाओं में लड़ने की ताकत एक जैसी नहीं होती। कृपया ऐसी महिलाओं की आवाज बनें। भारत पारिवारिक मूल्यों के लिए जाना जाता है। इसे जारी रखें। धन्यवाद

मीडिया से बात करते हुए रूपा ने कहा है कि वह अपने परिवार को बचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने कहा, एक आईएएस अधिकारी होने के नाते उन्होंने (रोहिणी सिंधुरी) कई परिवारों को नष्ट कर दिया है।

उन्होंने कहा कि चर्चा अनावश्यक विषयों पर उठाई जाती है। रोहिणी सिंधुरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर चर्चा की जानी है। रूपा ने कहा कि पारिवारिक और निजी मामलों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने कई आपराधिक मामलों का सामना किया है।

रूपा ने कहा, मैंने उनसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई बंद करने के लिए नहीं कहा है। उन्हें अपने आरोप साबित करने दीजिए।

इस बीच, रोहिणी सिंधुरी ने रूपा के खिलाफ जारी ऑडियो क्लिप के मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करने वाली वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल और हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में कार्यरत आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी का तबादला कर दिया गया।

उन्हें सरकार की तरफ से सख्त हिदायत के साथ चुप रहने के आदेश जारी किए है कि वे मीडिया के पास न जाएं या सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करने से बचें।

 

कौन हैं डी रूपा मौदगिल

कर्नाटक कैडर की IPS D Rupa Modgill ने वर्ष 2000 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। उनका ऑल इंडिया रैंक 43 आया था। डी रूपा को सख्त छवि की महिला पुलिस अधिकारी माना जाता है। उन्हें 2016 और 2017 में प्रेसीडेंट पुलिस मैडल मिल चुका है। डी रूपा का जन्म कर्नाटक के देवणगेरे में हुआ था। रूपा के पिता जे एस दिवाकर एक इंजीनियर थे। डी रूपा ने कुवेंपु यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट और गोल्ड मैडल हासिल किया है। उन्होंने बेंगलुरु यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में एमए करने के बाद नेट जेआरएफ किया। इसके साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी की थी। 24 साल की उम्र में यूपीएससी क्लीयर करने वाली डी रूपा के पास आईएएस बनने का अवसर था, लेकिन उन्होंने आईपीएस बनना पसंद किया। गौरतलब है कि साल 2004 में डी रूपा मध्य प्रदेश की तत्कालीन सीएम उमा भारती को एक 10 साल पुराने मामले में गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी और वे मीडिया की सुर्खियों में आ गई थी।

कौन हैं आईएएस रोहिणी सिंधुरी

साल 2009 बैच की आईएएस रोहिणी सिंधुरी केंद्र सरकार से पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं। यह पुरस्कार उन्हें साल 2014 में जिला पंचायत मांडया का सीईओ रहते हुए रिकॉर्ड स्तर पर शौचालय बनवाने के लिए प्रदान किया गया था। साल 2015 में सरकार ने उन्हें स्वच्छ भारत मिशन के तहत अन्य अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 

 

नया मामला इस तरह आया सामने  

बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार यह सारा मुद्दा तब गरमाया जब आईएएस रोहिणी सिंधुरी और जेडीएस के विधायक एस आर महेश की एक रेस्तरां में ली हुई तस्वीरें सामने आईं। वहां एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी भी मौजूद था। ये तस्वीरें इसलिए ख़ास हैं क्योंकि विधायक महेश ने सिंधुरी पर मैसूर का डिप्टी कमिशनर रहते हुए, अपने निवास पर स्विमिंग पूल बनाने का आरोप लगाया था। उधर विधायक पर भी सरकारी ज़मीन हड़पने का इल्ज़ाम लगा।

इस तस्वीर का हवाला देते हुए आईपीएस डी रूपा मौदगिल ने पूछा कि क्या यह एक 'समझौता बैठक' थी? अगर उसने अपनी आधिकारिक क्षमता में निर्णय लिया था तो अधिकारी वहां क्यों थी.? मौदगिल ने सिंधुरी पर मांड्या और हसन ज़िलों में सर्विस के दौरान भी अनियमितताएं करने के आरोप लगाए हैं। मौदगिल ने लकी अली के पिता कॉमेडियन महमूद अली की ज़मीन का मसला भी उठाया है। उन्होंने कहा है कि सिंधुरी के पति सुधीर रेड्डी बिना किसी अनुमति के इस भूमि का सर्वे कर रहे थे। सिंधुरी पर आरोप है कि वे इस मामले में अपने पति की रियल इस्टेट कंपनी की मदद कर रही थीं। दोनों अधिकारियों के बीच पहले भी नोकझोंक सामने आ चुकी है। अब राज्य सरकार ने दोनों को उनके मौजूदा पदभारों से मुक्त करते हुए स्थानांतरित कर दिया है।

 

-आईएएनएस की रिपोर्ट के साथ इनपुट